उत्तर प्रदेश में ओवैसी की पार्टी AIMIM का क्या हाल, यहां जानें कितने मिले वोट ….
लखनऊ। यूपी में करीब 3 दशक बाद किसी सरकार की वापसी का रिकॉर्ड बनाते हुए योगी आदित्यनाथ सत्ता पर काबिज होने जा रहे हैं। भाजपा 260 से अधिक सीटें जीतकर बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। समाजवादी पार्टी करीब 130 सीटों पर सिमटती दिख रही है। इस बार ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने भी यूपी में काफी जोर लगाया था। हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
2017 में यूपी में खाता खोलने में नाकामयाब रही एआईएमआईएम को इस चुनाव में भी खाली हाथ रहना पड़ा है। 100 सीटों पर चुनाव लड़ी पार्टी के लगभग सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। ओवैसी की पार्टी को महज 0.45 फीसदी वोट हासिल हुए हैं, जोकि नोटा से भी कम है। यूपी में इस बार करीब 0.69 फीसदी जनता ने NOTA का विकल्प चुना है। इसका अर्थ है कि उन्हें उपलब्ध उम्मीदवारों में से कोई पसंद नहीं आया।
ओवैसी ने अपने प्रत्याशियों को जितवाने के लिए यूपी में कड़ी मेहनत की थी। दर्जनों रैलियां करके उन्होंने सपा और बसपा और बीजेपी को निशाने पर लिया था। चुनाव प्रचार करके मेरठ से दिल्ली लौटते समय ओवैसी के काफिले पर हमला भी हो गया था। ओवैसी ने सपा, बसपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों पर मुसलमानों का वोट लेकर उन्हें पिछड़ा रखने का आरोप लगाते हुए अल्पसंख्यकों से एआईएमआईएम को मौका देने की बात कही थी। ओवैसी की पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी के साथ गठबंधन किया था, जिसे भागीदारी संकल्प मोर्चा नाम दिया गया था।